सिजेरियन डिलीवरी को सी-सेक्शन या सिजेरियन सेक्शन के रूप में भी जाना जाता है इस विधि द्वारा डॉक्टर एक शिशु को उसके मां के पेट में और गर्भाशय में एक छोटा सा चीरा लगाकर बचाता है। रोग नियंत्रण और रोकथाम स्रोत की माने तो, यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसके द्वारा संयुक्त राज्य में लगभग एक तिहाई शिशुओं को जन्म दिया जाता है। सीजेरियन सेक्शन अधिकाशतः तब किया जाता है जब गर्ववती बहुत अधिक समय तक लेबर पेन होने के बाद भी शिशु को जन्म नहीं दे पा रही हो या हम कह सकते हैं कि सिजेरियन सेक्शन आपातकालीन स्थितियों में किया जाता है, जहां माँ और बच्चे के जीवन को खतरा हो सकता है।
सिजेरियन डिलीवरी होने के कारण :
- शिशु का सिर बहुत बड़ा होना जो कि गर्भाशय ग्रीवा से बाहर आने में कठनाई पैदा कर रहा हो ।
- शिशु का जन्म पैरों की तरफ से हो रहा हो।
- गर्ववती गर्भावस्था की शुरुआती जटिलताओं को महसूस कर रही हो।
- गर्ववती उच्च रक्तचाप, अस्थिर हृदय रोग या डयबिटीज जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हो।
- गर्ववती का जेनिटल हर्पीज या एचआईवी जैसे संक्रमित रोगो से ग्रषित होने पर , शिशु में इसके प्रेषित होने के खतरे होने पर।
- प्लेसेंटा एब्डॉमिनल या प्लेसेंटा प्रीविया जैसी समस्याएं प्लेसेंटा में होना।
- गर्भनाल में कुछ समस्या होना।
- गर्व में शिशु को कम ऑक्सीजन की आपूर्ति होना।
- जुड़वाँ बच्चे होने पर।
- भ्रूण के मस्तिष्क में अतिरिक्त तरल पदार्थ (हाइड्रोसिफ़लस) के होने पर ।
- गर्भाशय ग्रीवा के माध्यम से बाहर आने के लिए यदि शिशु का आकर बहुत बड़ा हो।
- गर्ववती पहले भी शिशु को सी-सेक्शन के द्वारा जन्म दे चुकी हो।
सिजेरियन डिलीवरी में होने वाले जोखिम:
आज कल देखा जाये तो सिजेरियन डिलीवरी दुनिया भर में एक बहुत ही सामान्य प्रकार की प्रकिर्या बनती जा रही है, लेकिन इस प्रकार की सर्जरी में भी माँ और बच्चे दोनों के लिए जोखिम हो सकता है। प्राकृतिक प्रसव जटिलताओं से बचने का सबसे सरल तरीका होता है।
सिजेरियन डिलीवरी के जोखिमों में शामिल हैं:
- अधिक खून का शरीर से बहना।
- खून के थक्के बनने का डर।
- बच्चे के लिए साँस लेने में तकलीफ, खासकर यदि सर्जरी गर्भावस्था के 39 सप्ताह से पहले हो रही हो।
- भविष्य में फिर से गर्भधारण करने में जोखिम बढ़ने की सम्भावना।
- संक्रमण होने का ख़तरा।
- सर्जरी के दौरान शिशु को चोट लगने की सम्भाना ।
- प्राकृतिक प्रसव की तुलना में अधिक समय लगना ।
- हर्निया या पेट की सर्जरी से जुडी अन्य जटिलताओं का होना ।