महिला और पुरुष इस संसार को चलाने की नीव माने जाते हैं| वही महिला और पुरुष की शारीरिक बनावट में काफी विभिन्ता पाई जाती है। महिलाओं के शरीर में कुछ ऐसी क्रियाएं होती है जो उनकों पुरुषो से अलग बनाती है, ऐसी ही क्रियाओं में से एक महिलाओं को हर महीने पीरियड का होना है। सेक्स के दौरान पुरुष का स्पर्म योनी में प्रवेश करके महिला के अंडाशय से निकलने वाले एग को फर्टिलाइज़ करके महिला को गर्भवती बनाता है और जब यह एग फर्टिलाइज़ नहीं हो पाते तब पीरियड्स जैसी प्रक्रिया द्वारा महिलाओ की ओवरी से बाहर निकल जाते हैं। कई महिलाओं के दिमाग में यह सवाल रहता है कि क्या पीरियड्स के समय या पीरियड्स के तुरंत बाद सेक्स करना गर्भ धारण के लिए सही समय होता है? या ऐसे कई सवाल दिमाग में रहते हैं जो उनके पीरिड्स और सेक्स लाइफ से जुड़े होते है। तो ऐसे में हमारा यह आर्टिकिल आपके लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
आइये जानते है पीरिड्स और सेक्स लाइफ से जुड़े कुछ महतव्पूर्ण तथ्य :
महिलाओं का मासिक धर्म का चक्र मुख्य्तः 28 से 32 दिनों का होता है जो कि नॉर्मल होता हैं। परन्तु जिन
महिलाओं का मासिक चक्र छोटा 21 से 24 दिन का होता है उनके पीरियड के दौरान असुरक्षित सेक्स से
प्रेगनेंट होने की सम्भाना अधिक रहती है। क्योकि छोटा मासिक धर्म चक्र मतलब जल्दी ओव्यूलेट या
अंडोत्सर्ग होना।
यदि आपके पीरियड्स 5 से 7 दिन चलते हैं और आप उसके तुरंत बाद असुरक्षित सेक्स करती हैं तो आपके
गर्भवती होने की संभावना बहुत अधिक होती है।
हलाकि पीरियड के दौरान सेक्स करने से गर्भधारण की सम्भावना बहुत कम होती है परन्तु पुरुष के शुक्राणु
महिला प्रजनन प्रणाली के भीतर पांच दिनों तक जीवित रह सकते हैं। इसका मतलब है कि यदि आप
पीरियड्स के दौरान असुरक्षित सेक्स करते हैं तो भी आपके गर्भवती होने की सम्भावना रहती है।
कई महिलाओं में यदि अनियमित पीरियड होने जैसी समस्या होती है तो ऐसे में उनकी सटीक ओव्यूलेशन
डेट जानने में परेशानी होती है। ऐसे में भी यदि आप असुरक्षित सेक्स करते हैं तो ऐसे में भी आपके गर्भवती
होने की सम्भाना रहती है क्योकि आपका ओव्यूलेशन कभी भी हो सकता है।
रिपोर्ट : डॉ हिमानी