पिछले कुछ वक्त से बांझपन की समस्या काफी बढ़ गई है। भारत में हर 10 में से 1 जोड़ा ऐसा हैं जो बांझपन का शिकार हैं। हर किसी के मन में बांझपन के बारे में कई गलत धारणाएं हैं, लेकिन चिकित्सक मानते हैं कि ज्यादातर लोगों में बांझपन का कारण उनकी गलत आदतें होती हैं। भारत में बढ़ रहे बांझपन का मुख्य कुछ बातें हैं।
ज्यादा उम्र में शादी करना
करियर के लिए आजकल लोग शादी के फैसले लेट ले रहे हैं। यही कारण है कि ज्यादातर लड़के-लड़कियां 30-32 की उम्र तक शादी के बंधन में बंधना चाहते हैं। वहीं शादी के बाद भी वो कुछ समय तक बच्चे की जिम्मेदारियों से बचना चाहते हैं। लेकिन 35 की उम्र के बाद जब महिलाएं मां बनने के लिए सोचती हैं ते उनको उस समय में सामान्य से ज्यादा मुश्किलें आती हैं। उस समय उनकी फर्टिलिटी प्रभावित होती है।
काम का बोझ
आज के समय में हर किसी के ऊपर काम और सफलता का दबाव पहले से ज्यादा बढ़ गया है। इसके कारण लोग ओवर टाइम, नाइट शिफ्ट या घर पर काम करने को मजबूर होते हैं। पर काम के साथ-साथ शरीर के लिए आराम भी बहुत जरूरी है। लोग अपने काम की वजह से न तो एक्सरसाइज करते हैं और न ही अपने खानपान पर ध्यान दे पाते हैं। इन कारणों से भी धीरे-धीरे व्यक्ति के स्पर्म की क्वालिटी पर असर पड़ता है।
बढ़ती बीमारियां
बीमारियों की समस्या आजकल युवाओं में भी आम हो गयी है। जिसका प्रभाव व्यक्ति की सेक्सुअल लाइफ पर भी पड़ता है। डायबिटीज़, पीसीओडी के कारण महिलाओं मे बहुत सी बीमारियां आम हो गयी हैं। वज़न का बढ़ना और व्यायाम की कमी के कारण भी सही मात्रा में हार्मोन नहीं बन पाते। वही बचपन से ही हर कोई कंप्यूटर और लैपटाप पर बैठकर काम करते जो एक आम बात हो गई है और यह कारण भी कहीं ना कहीं इन्फर्टिलिटी के जि़म्मेदार होते हैं।
कैसे दूर करें बांझपन?
बांझपन या इन्फर्टिलिटी दूर करने के लिए जरूरी है कि आप अभी से अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। शुरुआत से अपना मोटापा, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखें। सिगरेट, शराब, तंबाकू उत्पादों का सेवन बिल्कुल बंद कर दें। खानपान में पौष्टिक आहार शामिल करें और रोज थोड़ी एक्सरसाइज जरूर करें।