मोटापा और स्थूल शरीर व्यक्ति के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। मोटापे से व्यक्ति परेशान तो रहता ही है साथ ही उसको कई अन्य बीमारियाँ भी घेर लेती हैं जैसे उच्च रक्चाप, मधुमेह आदि। जो लोग मोटे होते हैं उन लोगों को मधुमेह की समस्या होती ही है। फिर वे मोटापा कम करने के लिए उपाय करते हैं। व्यक्ति की सोच के कारण कई बहुत बड़ी समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं। और वे अपने ऊपर तब ही ध्यान देते हैं जब उनकी समस्या या परेशनी बड जाती है।
मधुमेह-मोटापे को नियंत्रित करने के लिए अपनाये ये आसन, जिनके परिणाम बहुत ही उम्दा हैं और जिनके द्वारा आप सिर्फ मोटापे और मधुमेह से ही नहीं बल्कि आप कई अन्य बिमारियों से भी छुटकारा पा सकते हैं।
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मधुमेह-मोटापे को नियंत्रित करने के लिए अपनाये ये आसन:
- सर्वांगासन
- उत्तानपादासन
- हलासन
- नौकासन
- पवनमुक्तासन
सर्वांगासन:
- सबसे पहले आप अपनी पीठ के सहारे सीधे लेट जाएँ।
- अब धीरे– धीरे अपने पैरों को आप 90 डिग्री पर ऊपर की ओर उठाएँ।
- अब धीरे से आप सिर को अपने पैरों की ओर लाने का प्रयास करें।
- अपनी ठोड़ी को आप सीने से सटा कर रखें।
- 30 सेकंड या उससे अधिक समय के लिए इस मुद्रा रहने का प्रयास करें।
- अब फिर धीरे– धीरे आप अपनी पुरानी स्तिथी में वापस आ जाएँ।
- अभी यह एक चक्र पूरा हुआ है। इस तरह से आपको कम से कम 5 चक्र करना है।
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उत्तानपादासन:
- सबसे पहले आप जमीन पर लेट जाएँ और अपने पाँव सामने फैला लें। पैरों के बीच में दूरी नहीं होनी चाहिए।
- हाथ शरीर के पास में रखें।
- साँस लेते हुए अपने पैरों को मोड़े बिना धीरे-धीरे 30 डिग्री पर ऊपर उठाएँ।
- धीरे-धीरे साँस लें और फिर धीरे-धीरे साँस को छोडें और इसी मुद्रा में बने रहें।
- गहरी साँस छोड़ते हुए दोनों पैर नीचे लेकर आयें।
- यह एक चक्र हुआ अब इस तरह से आप 3 से 5 चक्र करिए।
हलासन:
- सबसे पहले पीठ के बल सीधे लेट जाएँ।
- अब हाथों को शरीर से सटा लीजिये। हथेलियाँ जमीन की तरफ रखें।
- साँस को भीतर की ओर खींचते हुए अपने पैरों को ऊपर की तरफ उठाइये।
- पैर कमर से 90 डिग्री का कोण बनायेंगे। दबाव पेट की मांसपेशियों पर होना चाहिए।
- पैरों को ऊपर उठाते हुए आप अपने हाथों से अपनी कमर को सहारा दें।
- पैरों को सीधा करके सिर की ओर झुकाएँ और पैरों को सिर के पीछे की तरफ ले जाने का प्रयास करें।
- पैरों के अंगूठे से जमीन को छूने की कोशिश करें।
- हाथों को कमर से हटायें और जमीन पर सीधा रखें। हथेली नीचे की ओर ही रहेगी।
- और आपकी कमर जमीन के समानांतर रहेगी।
- इस ही स्थिति में आप कम से कम एक मिनट तक बने रहें और अपनी साँसों पर ध्यान केंद्रित करें।
- अब साँस छोड़ते हुए, अपने पैरों को वापस जमीन पर ले आइये।
- अब धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ जाइये।
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नौकासन:
- सबसे पहले पीठ के बल पर लेटें।
- अब दोनों पैरों को एकसाथ जोडें और अपने हाथों को शरीर के पास ही सटाकर रखें।
- गहरी साँस लें और साँस को बाहर छोड़ते हुए हाथ, पैर, छाती, सिर आदि को उठाने का प्रयास करें।
- अपने हाथ और पैर बिल्कुल सीधे रखें और घुटनों को भी न मोड़ें।
- पैरों को तब तक उठाएं जब तक पेट में खिंचाव महसूस न होने लगे।
- अपने शरीर के वजन को नितंब पर संतुलित करने करें।
- इस स्थिति में थोड़ी देर बने रहें फिर सामान्य स्थिति मैं धीरे-धीरे वापस आ जायें।
पवनमुक्तासन:
- पीठ के बल लेट जाइये।
- अपने दोनों पैरों को फैला लीजिये और इनके बीच की दूरी को थोडा कम करें।
- अब दोनों पैरों को उठाएं और घुटने मोड़ें।
- घुटनों को अपनी बांहों के सहारे घेर लें।
- साँस को छोड़िये और घुटनों को दबाते हुए छाती की तरफ लेकर आइये।
- सिर को उठाएँ और घुटनों को छाती के निकट लाएँ जिससे ठोड़ी घुटनों को स्पर्श करने लगे।
- जहाँ’ तक सम्भव हो सके इस ही मुद्रा में रहें।
- अब साँस को लेते हुए अपने पैरों को जमीन पर लेकर आइये।
- यह पहला चक्र हुआ अब आपको इस ही तरह से आप 3 से 5 चक्र करने हैं।
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ये हैं कुछ ऐसे आसन जिनकी सहायता से आप मधुमेह और मोटापे को आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं। लेकिन आपको इन आसन का रोज अभ्यास करना होगा इसके बाद आप इसके चमत्कारिक परिणाम देख सकते हैं।